मेरे हमसफ़र (हाँ), बोलो सोच कर (क्या?)
मुझ में तुम को अच्छा क्या लगा?
तेरा मुस्कुराना, तेरा शरमाना, नज़रें मिलाना, हाँ
मेरे हमसफ़र (हाँ), बोलो सोच कर (क्या?)
मुझ में तुम को अच्छा क्या लगा?
तेरा याराना, बातें बनाना, सपने दिखाना
रूप का रस यूँ ही पीते-पीते
भर तो ना जाएगा दिल कहीं मुझसे?
रूप का रस यूँ ही पीते-पीते
भर तो ना जाएगा दिल कहीं मुझसे?
जब तक फूल खिलेंगे, फूलों पे होगी शबनम
तब तक आग मिलन की हो ना पाएगी कम
मेरे हमसफ़र (हाँ), बोलो सोच कर (क्या?)
मुझ में तुम को अच्छा क्या लगा?
तेरी प्यारी आँखें, तेरी मीठी बातें
दिल का तो क्या कहना
सारे जहाँ की नज़रों से छुपकर
हर घड़ी, हर पल प्यार करेंगे
सारे जहाँ की नज़रों से छुपकर
हर घड़ी, हर पल प्यार करेंगे
ढूँढ ना सकेगी हम को कभी जुदाई
सब कुछ मैंने पाया, जो तेरी मोहब्बत पाई
मेरे हमसफ़र (हाँ), बोलो सोच कर (क्या?)
मुझ में तुम को अच्छा क्या लगा?
तेरा तड़पाना, तेरा बहलाना, तेरा पास आना
मेरे हमसफ़र (हाँ), बोलो सोच कर (क्या?)
मुझ में तुम को अच्छा क्या लगा?
तेरा मुस्कुराना, तेरा शरमाना, नज़रें मिलाना, हाँ